लग्जरी गाड़ियों की कीमतें इसलिए अधिक होती हैं क्योंकि इनकी बिल्ड क्वालिटी साधारण गाड़ियों की तुलना में बेहतर होती है। ये लग्जरी फीचर्स से लैस होती हैं। इसलिए इनके उत्पादन करने में अधिक लागत लगती है।
इंजन गाड़ी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। अन्य गाड़ियों की तुलना में लग्जरी गाड़ियों में पावरफुल इंजन का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इनकी कीमतें बढ़ जाती हैं।
कई कंपनियां अपनी गाड़ियों के केबिन में साधारण प्लास्टिक का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन लग्जरी कार बनाने वाली कंपनियां अच्छे क्वालिटी के प्लास्टिक या अन्य चीज का इस्तेमाल करती हैं। जिससे ये महंगी हो जाती हैं।
इनमें कई सारे सेफ्टी फीचर्स भी दिए जाते हैं, जो दुर्घटना के समय यात्रियों में बचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। देश में उपलब्ध अधिकांश लग्जरी गाड़ियों को क्रैश टेस्ट में 5-स्टार अंक मिल चुके हैं।
देश में उपलब्ध अधिकांश लग्जरी गाड़ियों पर 15 प्रतिशत आयत कर और 28 प्रतिशत GST लगता है। वहीं अगर ग्राहक इन गाड़ियों की खरीदता है तो उसे 10 प्रतिशत रोड टैक्स और 1-2 प्रतिशत बीमा शुक्ल भी देना पड़ता है।