एक लीटर पेट्रोल की तुलना में एक लीटर डीजल अधिक ऊर्जा पैदा करता है। इस वजह से कार की पावर काफी हद तक बढ़ जाती है और गाड़ियां कम तेल में अधिक दूरी तय करती हैं।
डीजल इंजन में ईंधन को सीधे सिलेंडर में स्प्रे किया जाता है। इस वजह से इसमें ईंधन की कम खपत होती है। दूसरी तरफ डीजल की बर्निंग कैपेसिटी भी पेट्रोल से बेहतर होती है। यह धीरे-धीरे जलता है।
डीजल ईंधन पेट्रोल जितना ज्वलनशील नहीं होता है। जब इंजन सिलेंडर के अंदर का तापमान 210 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है, तो थोड़े से डीजल को सिलेंडर में स्प्रे किया जाता है जिससे यह जल जाता है। इस वजह से यह धीरे-धीरे जलता है।
डीजल कारें अधिक टॉर्क जनरेट करती हैं। इसलिए डीजल से चलने वाली गाड़ियां कम RPM पर ही अधिक पावर के साथ ज्यादा दूरी तय कर लेती हैं। इस वजह से इनकी माइलेज अधिक होती है।