कितने प्रकार की होती हैं कार की चेसिस?

लैडर फ्रेम चेसिस

सबसे पुराने चेसिस में से एक लैडर चेसिस का नाम इसके सीढ़ी की तरह आकार के कारण पड़ा है। इसमें दो लंबे और भारी बीम होते हैं जिन्हें दो छोटे बीमों से जोड़कर एक फ्रेम जैसा आकार दिया गया है। लैडर चेसिस का निर्माण में आसान होना इसकी बिक्री की मुख्य वजह थी।

बैकबोन चेसिस

इसका नाम भी इसके डिजाइन से मिलता है। इस चेसिस में बीच से होकर गुजरने वाली एक क्रॉस-सेक्शन बेलनाकार ट्यूब होती है जो आगे और पीछे के सस्पेंशन को जोड़ती है। यह स्कोडा रैपिड और DMC डीलोरियन जैसी कारों में प्रयोग किया गया है।

मोनोकोक चेसिस

यह एक यूनीबॉडी संरचना है। मोनोकोक एक फ्रेंच शब्द है जिसका मतलब 'सिंगल शेल' या 'सिंगल हल' होता है। मोनोकॉक का इस्तेमाल पहले जहाजों और फिर हवाई जहाजों में किया जाता था।

ट्यूबलर चेसिस

ट्यूबलर चेसिस का उपयोग मुख्य रूप से रेस कारों में किया जाता था क्योंकि वे बेजोड़ सुरक्षा प्रदान करते थे। इन्हें लैडर चेसिस से अपग्रेड कर थ्री डायमेंशनल बनाया गया था, जिससे ये लैडर चेसिस से ज्यादा मजबूत हुआ करते थे।