इंजन कूलेंट वह तरल पदार्थ है जो इंजन के तापमान को नियंत्रित करने और इसे ज्यादा गरम होने से बचाता है। इसलिए लॉन्ग ड्राइव के दौरान बीच-बीच में कूलेंट के स्तर की जांच करनी चाहिए। यह इंजन को ओवर हीट होने से बचाता है।
गाड़ी में वाहन संबंधित किसी भी समस्या के बारे में चेतावनी देने के लिए बहुत सारे गेज होते हैं, जो किसी भी खराबी के दौरान ब्लिंक करने लगता है। इन्हे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
कार का इंजन अधिक गर्म होने का एक कारण एयर कंडीशनर (AC) भी है। AC इंजन पर अधिक दबाव डालता है, जिस कारण भी इंजन अधिक गर्म हो जाता है। इसलिए अगर आप AC बंद कर देंगे तो इससे इंजन पर दबाव कम हो जाएगा और वह ठंडा होगा।
कार के अधिक गर्म होने पर हीटर चालू कर दें। ऐसा करने से हीटर इंजन से गर्मी बाहर खींचता है। इससे केबिन तो गर्म हो सकता है, लेकिन इंजन ठंडा होगा और कूलिंग सिस्टम पर कम दबाव पड़ेगा।